Bihar Weather Alert: बिहार के चार जिलों में भारी बारिश के आसार, मानसून नए इलाके में दिखाएगा असर
Bihar Weather Forecast बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून का उतार-चढ़ाव जारी है। वर्तमान में राजस्थान के गंगानगर से लेकर ग्वालियर और गया से मणिपुर तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसके अलावा एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्रों में बना है।
बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून का उतार-चढ़ाव जारी है। वर्तमान में राजस्थान के गंगानगर से लेकर ग्वालियर और गया से मणिपुर तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इसके अलावा एक कम दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्रों में बना है। यह स्थिति 23 जुलाई तक रहने की उम्मीद है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अगले 24 घंटे में राज्य (Bihar Weather Today) में ज्यादा बदलाव की उम्मीद कम है। उत्तर बिहार के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert for North Bihar) जारी कर दिया गया है। आज पश्चिमी बिहार के चार जिलों में भारी बारिश के आसार हैं।
आज इन जिलों में बारिश के अधिक आसार
मंगलवार को बक्सर, भोजपुर, रोहतास एवं भभुआ में भारी बारिश की उम्मीद है। सारण, पटना, वैशाली और बेगूसराय जिलों के कुछ हिस्सों में अगले कुछ घंटों में हल्की बारिश और मेघगर्जन, वज्रपात की आशंका भी पटना के मौसम विज्ञान केंद्र ने जाहिर की है। इसके अलावा समस्तीपुर, मधेपुरा, खगडि़या, अररिया, सहरसा, सुपौल, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा और मधुबनी जिले में भी बारिश के आसार हैं।
राजधानी में सामान्य रहा मौसम
राजधानी में सोमवार को मौसम सामान्य रहा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आगे भी प्रदेश में इसी तरह की स्थिति बनी रहेगी। प्रदेश के तापमान में भी उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। कभी वातावरण में उमस बढ़ सकती है तो कभी बारिश भी हो सकती है। स्थानीय कारणों से राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना रहेगी।
औसत से अधिक बरस चुका है मानसून
बिहार में मानसून इस बार अधिक मेहरबान रहा है। जून और जुलाई में अब तक औसत से अधिक ही बारिश हुई है। जून में कई इलाकों में तो दोगुना तक बारिश रिकार्ड की गई थी। अब तक सर्वाधिक बारिश पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सिवान, सारण और गोपालगंज जैसे जिलों में हुई है। इसके अलावा नेपाल से सटे उत्तर बिहार के अन्य जिलों में भी मानसून का असर अधिक रहा है। मानसून के दोबारा तेजी दिखाने से उत्तर बिहार की नदियों में फिर से जलस्तर बढ़ने लगा है। इसके कारण बाढ़ से परेशान लोगों के लिए मुश्किल और बढ़ी है।