बिहारः चिराग पासवान को फिर चौंका सकते हैं पशुपति पारस, नीतीश को कोसना पड़ सकता है महंगा

हाल ही में चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस ने पलटी मारकर पांच सांसदों को अलग कर लिया था। पशुपति पटना आने वाले हैं। यह भी संभव है कि वह नीतीश कुमार से मिलकर सरकार में अपने गुट की हिस्सेदारी की मांग कर सकते हैं।

बिहारः चिराग पासवान को फिर चौंका सकते हैं पशुपति पारस, नीतीश को कोसना पड़ सकता है महंगा

पिछले साल 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने तेवर बदल लिए थे। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ रहकर भी अचानक जमुई सांसद चिराग नीतीश कुमार के विरोध में उतर आए थे। विधानसभा चुनाव के दौरान हर रैली में नीतीश का समर्थन न करने की बात करते हुए जनता से जनता दल यूनाइडेट (जेडीयू) से पांच साल के कार्यों का हिसाब मांगने की बात कर रहे थे। हाल ही में चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस ने पलटी मारकर पांच सांसदों को अलग कर लिया था। अब पारस केंद्र में खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री हैं। पशुपति कुमार पारस पटना आने वाले हैं। यह भी संभव है कि वह नीतीश कुमार से मिलकर सरकार में अपने गुट की हिस्सेदारी की मांग कर सकते हैं।

मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस 19 अगस्त को बिहार की राजधानी पटना आ रहे हैं। इस दौरान वे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात करेंगे। कहा जा रहा है कि पशुपति पारस नीतीश से बिहार सरकार में अपने गुट (लोजपा) की हिस्सेदारी की मांग कर सकते हैं।

कैसे हो सकता है ये संभव?

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का मात्र एक ही प्रत्याशी विधायक बन सका था। बेगूसराय के मटिहानी से लोजपा के टिकट पर राजकुमार सिंह ने जीत हासिल की थी। इसी वर्ष अप्रैल में राजकुमार ने जदयू का दामन थाम लिया था। यानी लोजपा का अब कोई विधायक नहीं है। चिराग लगातार नीतीश का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में अगर सरकार में कुछ मौका भी बनता है तो वो पशुपति कुमार पारस गुट वाली लोजपा का बनता है। अगर विधानपरिषद में लोजपा से किसी का मौका मिलता है तो नीतीश सरकार में हिस्सा मिल सकता है। हालांकि पशुपति कुमार पारस के मन में क्या चल रहा है यह तो बिहार आने के बाद ही पता चलेगा।