Mi India और सोनू सूद की नई पहल #ShikshaHarHaath जरूरतमंद बच्चों में शिक्षा की अलख जगाने में करेगी मदद
सोनू सूद अभिनेता होने के साथ-साथ संवेदनशील इंसान भी है। आपदा के समय उनकी संवेदनशीलता की मिसाल ठीक उसी तरह लोगों के सामने रखी जा सकती है जिस तरह ब्रैंड Mi India वंचित तबके से आने वाले छात्र-छात्राओं की शिक्षा को बिना किसी बाधा के पूरा करने में प्रयासरत है।
2020 इम्तिहान का साल रहा। ऐसा इम्तिहान जिसमें प्रकृति ने लोगों के धैर्य की लम्बी परीक्षा ली। इस परीक्षा में हम बहुत कुछ खोकर भी पास होने में सफल हुए। परिणाम जो भी हो, इस दौरान हमें लोगों से बहुत करीब से जुड़ने, उनका हमराही बनने और लगभग शून्य हो रही संवेदनशीलता को फिर से दिलों में जगह देने का अवसर मिला। सबको साथ लेकर चलने का यह मानवीय गुण दुर्लभ है जो बहुत कम व्यक्ति और संस्था में पाया जाता है। लेकिन, जिनमें आज भी यह सहजता से पाया जाता है वो मुसीबतों के सामने दूसरों के लिए अपना कंधा बढ़ाते हैं। ऐसे ही विरले सोनू सूद और Mi India एक साझे उद्देश्य को लेकर नई पहल कर रहे हैं।
सोनू सूद और Mi India किसी परिचय के मोहताज नहीं। सोनू सूद अभिनेता होने के साथ-साथ संवेदनशील इंसान भी है। आपदा के समय उनकी संवेदनशीलता की मिसाल ठीक उसी तरह लोगों के सामने रखी जा सकती है जिस तरह ब्रैंड Mi India वंचित तबके से आने वाले छात्र-छात्राओं की शिक्षा को बिना किसी बाधा के पूरा करने में प्रयासरत है।
सोनू सूद और Mi India की इस नई पहल का नाम #ShikshaHarHaath है। कल के भविष्य को सशक्त करने वाली इस पहल के जरिये हजारों वंचित छात्र-छात्राओं को Redmi स्मार्टफोन मुहैया कराया जाएगा ताकि ऑनलाइन शिक्षा के उनके रास्ते में टेक्नोलॉजी आड़े न आए।
इस पहल को सहज, प्रभावी और व्यापक बनाने के लिए Mi उत्पाद के उपभोक्ताओं को इससे जोड़ा गया है। अपने देश के ये उपभोक्ता Shikshaharhaath वेबसाइट पर जाकर यूज्ड Redmi स्मार्टफोन के दान का संकल्प कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त सुचारू रूप से चलने वाले अपने स्मार्टफोन को अपने नजदीकी Mi Home, Mi Studio, Mi India Service Centre में जाकर दान किया जा सकता है। Mi India के सर्विस सेन्टर पर इन सेकेंड हैंड स्मार्टफोन्स को रीफर्बिश करने के बाद छात्र-छात्राओं को मुहैया कराया जाएगा।
इस साझेदारी को Mi India के प्रबंध निदेशक मनु कुमार जैन ‘सब को शिक्षा मुहैया कराने के लिए ब्रैंड की प्रतिबद्धता’ के प्रयास के रूप में देखते हैं। वहीं सोनू सूद इसे लॉकडाउन के कारण जरूरतमंद तबके के छात्र-छात्राओं के सामने शिक्षा पाने में आने वाली रूकावटों को दूर करने के प्रयास के रूप में देखते हैं। उनका मानना है कि इससे जहाँ एक ओर देश में साक्षरता बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर ऑनलाइन क्लासेस में वंचित तबके के बच्चों की भागीदारी बढ़ेगी। ब्रैंड Mi India के सी एस आर लीड प्रतीक दास #ShikshaHarhaath पहल को कल के भविष्य को शिक्षित और सशक्त करने के एक प्रयोग के तौर पर देखते हैं।
हालांकि, Mi India बच्चों की शिक्षा के लिए पहले से प्रतिबद्ध है। साल 2020 में जरूरतमंदों को शिक्षा देने की पहल Mi स्कॉलरशिप प्रोग्राम के जरिये शुरू हुई थी। Teach for India और buddy4study की साझेदारी से Mi India ने शिक्षा के लिए 2 करोड़ दान करने का संकल्प लिया था। #ShikshaHarhaath फोन से वंचित बच्चों के लिए बेहतरीन पहल होगी जो अपनी शिक्षा को पूरा करना चाहते हों।