UPSSSC: पीईटी के लिए रिकार्ड 28 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन, अगस्त में लिखित परीक्षा संभव
यूपीएसएसएससी की परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा के लिए 28 लाख से ज्यादा आवेदन आए हैं। अंतिम रूप से सब्मिट किए गए आवेदन से आयोग को 30.51करोड़ रुपये से अधिक आय हुई है।
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अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) के लिए युवाओं में जबर्दस्त उत्साह सामने आया है और रिकार्ड रजिस्ट्रेशन किए गए हैं। पीईटी रजिस्ट्रेशन की समय सीमा सोमवार रात 12 बजे खत्म होने तक 28,07,119 रजिस्ट्रेशन किए गए। इसमें सर्वाधिक 2,90,555 रजिस्ट्रेशन आखिरी दिन हुए हैं। आयोग पीईटी के लिए आवेदन लेने के बाद जल्द से जल्द लिखित परीक्षा की तैयारी में जुट गया है। लिखित परीक्षा अगस्त में कराने की योजना पर काम हो रहा है।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के चेयरमैन प्रवीर कुमार ने रजिस्ट्रेशन पूरे होने पर रात 12 बजे के बाद बताया कि जो रजिस्ट्रेशन हुए हैं उनमें से 18,56,155 ने अंतिम तौर पर आवेदन सब्मिट कर दिया है। अंतिम रूप से सब्मिट किए गए आवेदन से आयोग को 30.51करोड़ रुपये से अधिक आय हुई है। रजिस्ट्रेशन करने वाले जो अभ्यर्थी अभी आवेदन शुल्क व अंतिम तौर पर आवेदन सब्मिट नहीं कर पाए हैं, वे 25 जून तक कर सकते हैं। 20 जून को 236447 व 19 जून को 24,00,92 रजिस्ट्रेशन हुए थे।
इससे पहले सोमवार को आयोग ने अपराहन 3.30 बजे पीईटी के लिए रजिस्ट्रेशन, आवेदन शुल्क जमा कराए जाने व अंतिम रूप से आवेदन सब्मिट किए जाने की स्थिति की समीक्षा की। आयोग के चेयरमैन प्रवीर कुमार ने बताया कि तब तक 26,95,539 पंजीकरण किए जा चुके थे। इनमें से 17,66,856 अभ्यर्थियों ने अपना आवेदन अंतिम रूप से सब्मिट कर दिया था।
उन्होंने बताया कि पंजीकृत अभ्यर्थियों व अंतिम रूप से आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में बड़ा अंतर सामने आया। इस संबंध में एनआईसी ने अपनी रिपोर्ट दी कि यह अंतर विभिन्न बैंकों से आवेदन शुल्क अंतरण में लगने वाले समय के कारण है। प्रवीर ने बताया कि आयोग ने प्रकरण पर विस्तृत विचार विमर्श के बाद अभ्यर्थियों के हित में पंजीकरण की अंतिम तिथि में कोई परिवर्तन न करने तथा आवेदन शुल्क जमा करने व अंतिम रूप से आवेदन सब्मिट करने की तिथि 25 जून तक बढ़ाने का फैसला किया। जो अभ्यर्थी 21 जून की मध्यरात्रि तक आवेदन कर चुके हैं, वे अब 25 तक फीस जमा कर अंतिम रूप से आवेदन सब्मिट कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि आवेदन पत्र में संशोधन की अंतिम तिथि पूर्ववत 28 जून रहेगी।
कोविड की तीसरी लहर पर निर्भर करेगी लिखित परीक्षा
आयोग भर्ती की परीक्षाओं से संबंधित कार्रवाई के लिए परीक्षा एजेंसी के चयन का काम इस महीने के अंत तक पूरा करने का प्रयास कर रहा है। आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि तकनीकी बिड खुल चुकी है। वित्तीय बिड की कार्रवाई पूरी कर एजेंसी से अनुबंध इस महीने के अंत तक कर लेने की योजना है।
आयोग एजेंसी से दो महीने में परीक्षा सम्पन्न कराने का अनुबंध कर सकता है। ऐसा हुआ तो अगस्त में लिखित परीक्षा हो जाएगी। हालांकि, लिखित परीक्षा काफी कुछ कोविड महामारी के संभावित तीसरी लहर पर निर्भर करेगी। महामारी की वजह से पिछले एक वर्ष से कोई भी लिखित परीक्षा नहीं कराई जा सकी है। कोविड की स्थिति में तेजी से सुधार को देखते हुए आयोग जितना जल्दी हो सके लिखित परीक्षा करा लेना चाहता है।
दिसंबर तक मिल सकती है नौकरी
सब कुछ उम्मीद के हिसाब से रहा तो द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली से अभ्यर्थियों को विधानसभा चुनाव से पूर्व दिसंबर तक नौकरी मिल सकती है। लिखित परीक्षा अगस्त तक हो गई तो अक्तूबर तक मुख्य परीक्षा कराई जा सकती है। बताया जा रहा है कि पीईटी की लिखित परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप होने से रिजल्ट देने में बहुत अधिक समय नहीं लगेगा।
दो महीने में रिजल्ट देकर मुख्य परीक्षा आयोजित की जा सकती है। मुख्य परीक्षा भी ऑब्जेक्टिव ही होने की संभावना है। मुख्य परीक्षा में सीमित संख्या में अभ्यर्थियों के होने से अक्तूबर अंत तक मुख्य परीक्षा कराकर दिसंबर तक चयनित अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी किया जा सकता है। इंटरव्यू न होने से नियुक्ति की कार्यवाही में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
30 हजार रिक्तियों की हो सकती है पहली मुख्य परीक्षा
आयोग समान अर्हता वाले पदों के लिए एक साथ विज्ञापन निकालकर मुख्य परीक्षा कराएगा। अनुमान के मुताबिक पहला विज्ञापन 22-30 हजार रिक्तियों का हो सकता है। मुख्य परीक्षा में केवल वे अभ्यर्थी ही आवेदन कर पाएंगे जिन्होंने पीईटी में भाग लेकर अंक अर्जित किया है।