आज से अनिश्चितकाल हड़ताल करेंगे दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी, दी चेतावनी

आज से अनिश्चितकाल हड़ताल करेंगे दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी, दी चेतावनी

रुके हुए वेतन और पेंशन की मांग को लेकर दिल्ली के तीनों नगर निगम के करीब डेढ़ लाख कर्मचारी बृहस्पितवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। इसमें सफाई कर्मचारियों से लेकर स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षक, अभियंता व अन्य कर्मचारी शामिल रहेंगे। ऐसे में आज सफाई व्यवस्था भी ठप हो सकती है।

एमसीडी एंप्लाइज यूनियन के कंवीनर एपी खान ने बताया कि लंबे समय से वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों का काम करना मुश्किल हो गया है। वहीं, पहले भी कई बार मांग की गई, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला। इसको देखते हुए तीनों नगर निगम के करीब डेढ़ लाख कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया है।


इसके लिए तीनों नगर निगम के सभी कार्यालय  बृहस्पितवार को बंद रहेंगे। वहीं, सिविल लाइंस से लेकर उपराज्यपाल आवास तक मार्च भी निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक स्थायी समाधान नहीं निकलता तब तक कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहेगी।

वहीं, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश ने बुधवार को कर्मचारियों के संगठन के साथ बैठक हड़ताल पर न जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि फंड की उपलब्धता के अनुसार सभी निगम कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है। निगम इस और सभी प्रयास कर रही है ताकि निगम कर्मचारियों को बकाया वेतन दे सके।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार निगमों को बकाया फंड नहीं दे रही है। इसके कारण निगम वित्तीय संकट की स्थिति से गुजर रहे हैं। गत दिनों मुख्यमंत्री आवास पर 13 दिनों तक धरना दिया जिससे निगम को संवैधानिक हक मिल सके, लेकिन कोई निर्णय नहीं निकल सका। 

गौरतलब है कि इससे पहले भी तीनों नगर निगम के कर्मचारियों ने लंबे समय तक सिविक सेंटर में धरना दिया है। हालांकि, बाद में आश्वासन और दो महीने का वेतन मिलने के बाद धरने को खत्म कर दिया गया था।
 
कल भी किया धरना प्रदर्शन
कई कई महीनों से वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों ने बुधवार को सिविक सेंटर में धरना प्रदर्शन किया। वहीं, आम आदमी पार्टी ने निगम कर्मचारियों के धरने का समर्थन किया।आम आदमी पार्टी की मांग है कि निगम की सत्ता में बैठी भाजपा कर्मचारियों को रुके वेतन को वेतन जारी करें जिससे कर्मचारियों के घर में चूल्हा जल सके। आम आदमी पार्टी का मानना है कि पिछले 15 सालों में नगर निगम के शासनकाल में भाजपा ने भ्रष्टाचार किया है और निगम पूरी तरह से कंगाल हो चुका है।