खुल सकते हैं स्कूल-कालेज, रविवार के साप्ताहिक लाकडाउन से भी मिल सकती है राहत; नए नियमावली पर फैसला आज

राज्य में कोरोना संक्रमण का दर पिछले एक महीने से काफी नीचे है। इसके साथ ही वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर भी सरकार के जोर का असर दिख रहा है। शहरी क्षेत्र के साथ गांवों में भी लोग कोविड-19 वैक्सीन लेने के लिए जागरूक दिख रहे हैं।

खुल सकते हैं स्कूल-कालेज, रविवार के साप्ताहिक लाकडाउन से भी मिल सकती है राहत; नए नियमावली पर फैसला आज

राज्य में कोरोना संक्रमण का दर पिछले एक महीने से काफी नीचे है। इसके साथ ही वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर भी सरकार के जोर का असर दिख रहा है। शहरी क्षेत्र के साथ गांवों में भी लोग कोविड-19 वैक्सीन लेने के लिए जागरूक दिख रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा आज लाकडाउन में छूट से जुड़े हुए कुछ अहम फैसले लिए जा सकते हैं। इसमें स्कूल-कालेज खोलने से लेकर रविवार को लगने वाले 36 घंटों के साप्ताहिक लाकडाउन से भी राहत दी जा सकती है।

दरअसल, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक आज शाम चार बजे होनी है। प्रबंधन की ये बैठक करीब एक महीने के बाद हो रही है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में शाम में दुकान खोलने की समयावधि रात आठ बजे से बढ़ाकर रात नौ बजे तक करने पर भी विचार किया जाएगा। इसके साथ ही, आठवीं से लेकर 12वीं तक की कक्षा को भी खोलने पर विचार किया जा सकता है। राज्य में अभी तक इंटरस्टेट बसों के परिचालन पर रोक था। हाल के दिनों में बस संचालकों के द्वारा बस सेवा शुरू करने के लिए राज्य सरकार से गुहार लगाई गयी थी। ऐसे में समझा जा रहा है कि आज इनके हक में भी फैसला लिया जा सकता है।

क्या कहते हैं लोग

सरकार के द्वारा वर्तमान में जितनी छूट दी गयी है, लोग उसका ही सही से उपयोग नहीं कर रहे हैं। बाजार में कहीं भी शारीरिक दूरी का पालन करना संभव नहीं हो पाता। इसके साथ ही सड़कों पर भीड़ डरा रही है। ऐसे में सरकार को और छूट देने से पहले सोचना चाहिए।- अतुल कुमार, रांची विवि छात्र

रविवार को बाजार बंध रखने से कोई खास नुकसान नहीं है। वैसे भी रांची में ज्यादातर बाजार रविवार को बंद रहते हैं। 36 घंटों के लाकडाउन से संक्रमण को थोड़ा रोकने में मदद मिल रहा है। ऐसे में सरकार अगर इसमें छूट नहीं भी देती तो कोई खास फर्क नहीं पड़ता। -सूरज अग्रवाल, दुकानदार, अपर बाजार

सरकार को निश्चित रूप से दुकानों को खोलने के समय को बढ़ाना चाहिए। व्यापारी तीसरी लहर की आशंका से परेशान है। ऐसे में व्यापारिक घंटे बढ़ने से थोड़ी बिक्री बढ़ेगी। इससे व्यापारियों को थोड़ी राहत मिलेगी। अगर रात आठ बजे तक दुकान खुल रही है तो दस बजे तक खोलने में क्या दिक्कत होगी। -नरेश साहू, किराना दुकानदार, कोकर