झारखंड ऑनलाइन पढ़ाई के चलते IIT धनबाद ने बदला फीस स्‍ट्रक्‍चर, बिजली-पानी सहित कई मदों में नहीं करना होगा भुगतान

झारखंड ऑनलाइन पढ़ाई के चलते IIT धनबाद ने बदला फीस स्‍ट्रक्‍चर, बिजली-पानी सहित कई मदों में नहीं करना होगा भुगतान

कोरोना महामारी का असर 2021-22 सत्र पर भी रहेगा अथवा नहीं? इस प्रश्न का उत्तर अभी किसी के पास नहीं है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद ऑनलाइन व ऑफलाइन पढ़ाई को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। यही कारण है कि आईआईटी आईएसएम धनबाद ने जुलाई-अगस्त से शुरू होनेवाले नए शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों फीस स्ट्रक्चर सभी कोर्स के लिए जारी किया है। कोरोना केस में अगर फिर से बढ़ोतरी होती है या किसी कारणवश सेमेस्टर की ऑनलाइन पढ़ाई होगी तो कई तरह के मद में छात्रों को फीस नहीं देनी होगी। वहीं अगर स्थिति सामान्य होती है और कैंपस में ऑफलाइन पढ़ाई की अनुमति मिलती है तो पूर्व की तरह ही सभी मद में फीस चुकानी होगी। आईआईटी धनबाद ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है।

अगर सत्र 2021-22 की पढ़ाई ऑनलाइन होती है तो जेईई एडवांस छात्रों के लिए बीटेक, पांच वर्षीय इंट्रीग्रेटेड एमटेक, पांच वर्षीय डुएल डिग्री व प्रिपएरिटी कोर्स के लिए एनुअल चार्ज में वाटर चार्ज 370 रुपए, बसंत उत्सव के लिए 300 रुपए, स्पोर्ट्स फीस के लिए 200 रुपए, हॉस्टल सीट रेंट दो हजार रुपए, बिजली के लिए 800 रुपए नहीं देने होंगे। वहीं ऑफलाइन पढ़ाई शुरू होते ही यह शुल्क लिया जाएगा। पीएचडी, एमटेक व अन्य कोर्स के लिए भी अलग-अलग फीस स्ट्रक्चर जारी किया गया है। वहीं हॉस्टल शुरू होने पर मेस चार्ज 15 हजार से 18 हजार रुपए प्रत्येक सेमेस्टर अतिरिक्त देने होंगे।

कैंपस ऑफलाइन करने के लिए राज्य सरकार की अनुमति जरूरी

आईआईटी आईएसएम कैंपस में छात्रों के लिए ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करने को राज्य सरकार व जिला प्रशासन की अनुमति जरूरी होगी। राज्य सरकार की अनुमति व कोरोना महामारी नियंत्रित रही तो अगस्त या उसके बाद कैंपस खुल सकता है। फिलहाल तो राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत लॉकडाउन लगा हुआ है। आईआईटी धनबाद प्रबंधन की नजरें वर्तमान कोरोना केस व राज्य सरकार की ऑनलॉक प्रक्रिया पर टिकी हुई है। वहीं दूसरी ओर कैंपस प्लेसमेंट में चयनित या उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए पासआउट छात्र को कैंपस से किसी शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जरूरत है तो उसे ईमेल के माध्यम से अनुमति लेने पर कैंपस आने दिया जा रहा है। यह ध्यान रखा जा रहा है कि सोशल डिस्टेंस का पालन हो।