तीनों कृषि कानून वापस नहीं होने तक नहीं छोड़ेंगे धरना स्थल - राकेश टिकैत

तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार कानून को वापस नहीं लेती है तब तक वो यूपी बॉर्डर पर दिए जा रहे धरने को खत्म नहीं करेंगे।

तीनों कृषि कानून वापस नहीं होने तक नहीं छोड़ेंगे धरना स्थल - राकेश टिकैत

यूपी गेट पर 28 नवंबर से चल रहे कृषि कानून विरोधी आंदोलन में सोमवार को आंदोलनकारियों की भीड़ रही। राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 18 माह कृषि कानून स्थगित करने वाले प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। टिकैत ने कहा है कि तीनों कानून वापस हो और एमएसपी की गारंटी मिले तभी किसान उठेंगे। 

कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने एक अहम फैसले में 2 फरवरी (मंगलवार) की रात को 11 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित करने का फैसला लिया है। इसके तहत मंगलवार रात 11 बजे तक टीकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर इंटरनेट सेवा बंद रहेगी।

सरकार की ओर से सभी निजी और सरकारी टेलिकॉम कंपनियों से इन आदेशों का पालन करने के लिए कहा है। सरकार ने ये आदेश किसान आंदोलन के मद्देनजर क्षेत्र में शांति, सार्वजनिक व्यवस्था तथा कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जारी किए हैं। इससे पहले यहां पर 29 जनवरी को रात 11 बजे से 31 जनवरी को रात 11 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई गई थी।

बताया जा रहा है कि 26 जनवरी के उपद्रव के बाद भी गाजीपुर बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर समेत कुछ और बॉर्डरों पर किसान आंदोलनरत हैं और हालात खराब ना हो, इसके चलते अब एक बार फिर से गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर आदि पर इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। बंद हुई इंटरनेट सेवा पर भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya kisan Union) ने भी एतराज जताया है। इंटरनेट सेवा बंद करने से नाराज भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya kisan Union) के प्रवक्ता और गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन की कमान संभालने वाले राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि गाजीपुर बॉर्डर पर इंटरनेट बंद कर दिया गया है। सरकार किसानों की आवाज को नहीं रोक सकती। 

तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते यूपी गेट बॉर्डर पहले से बंद है। वहीं दिल्ली पुलिस ने आनंद विहार से भी किसानों की दिल्ली में एंट्री की आशंका के चलते इस बॉर्डर को भी पूरी तरह बंद कर दिया है। इसके चलते सोमवार सुबह से ही दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों पर जाम देखने को मिला। यहां वाहनों की लंबी कतारें देखी गई।