दाढ़ी काटने का मामला : ट्विटर इंडिया के एमडी को यूपी पुलिस का नोटिस, एक सप्ताह के भीतर देना होगा जवाब

नोटिस थाना प्रभारी की ओर से जारी किया गया है और एमडी मनीष माहेश्वरी को सात दिन के भीतर थाने आकर बयान दर्ज कराने के लिये कहा गया है।

दाढ़ी काटने का मामला : ट्विटर इंडिया के एमडी को यूपी पुलिस का नोटिस, एक सप्ताह के भीतर देना होगा जवाब

विस्तार
लोनी में बुजुर्ग तांत्रिक अब्दुल समद की दाढ़ी काटने की घटना में भड़काऊ वीडियो ट्रेंड होने को लेकर पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी को नोटिस भेजा है जिसमें कहा गया है कि उन्हें सात दिन के अंदर लोनी बॉर्डर थाने में अपना बयान दर्ज कराना होगा। नोटिस जांच अधिकारी की ओर से जारी किया गया है। यह मुंबई स्थित कार्यालय के पते पर भेजा गया है। 


इससे पहले पुलिस ने 12 बिंदुओं पर जानकारी मांगी है जिसमें पुलिस ने धार्मिक उन्माद फैलाने के केस में नामजद किए गए आरोपियों की जानकारी मांगी है। साथ ही आपत्तिजनक ट्वीट को री-ट्वीट करने वाले लोगों की सूची उपलब्ध कराने भी कहा है। ट्विटर को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।


भड़काऊ वीडियो ट्रेंड होने को लेकर पुलिस ने ट्विटर के मुख्यालय को भी एक नोटिस भेजा है। पुलिस ने धार्मिक उन्माद फैलाने के केस में नामजद किए गए आरोपियों की जानकारी मांगी है। साथ ही आपत्तिजनक ट्वीट को री-ट्वीट करने वाले लोगों की सूची उपलब्ध कराने भी कहा है। 

ट्विटर पर भड़काऊ वीडियो 14 और 15 जून को ट्रेंड हुई थी। इस मामले को कुछ लोगों ने सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। पुलिस ने साफ कर दिया कि दाढ़ी काटे जाने की घटना तो हुई है लेकिन यह सांप्रदायिक नहीं है। घटना पांच जून की थी। इसके बारे में वीडियो साजिश के तहत नौ दिन बाद ट्वीट किया गया। बगैर सत्यता की जांच किए वीडियो शेयर किया गया। इसी पर लोनी बॉर्डर पुलिस ने जुबैर अहमद, राना अय्यूब, सलमान निजामी, मशकूर उस्मानी, डॉ. समा मोहम्मद, सबा नकवी, ट्विटर आईएनसी व ट्विटर कम्यूनिकेशन इंडिया प्राइवेट के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने का केस दर्ज किया था। 

आरोप है कि ट्विटर ने भड़काऊ वीडियो रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। पुलिस को नामजद आरोपियों पर कार्रवाई करनी है, लेकिन उसके पास आरोपियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। आरोपियों की डिटेल लेने के लिए ही ट्विटर को नोटिस भेजा गया है।

री-ट्वीट करने वालों को भी आरोपी बनाएगी पुलिस
गाजियाबाद पुलिस की साइबर सेल द्वारा ट्विटर के अमेरिका स्थित हेडक्वार्टर को नोटिस भेजा गया है। इसमें 12 बिंदुओं पर जवाब मांगा गया है। पुलिस ने केस में नामजद किए गए आरोपियों की डिटेल के साथ-साथ उनके आपत्तिजनक ट्वीट को री-ट्वीट करने वालों की सूची भी मांगी है। इसके अलावा यह डाटा भी मांगा गया है कि ट्विटर पर आपत्तिजनक वीडियो कितनी बार शेयर की है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आपत्तिजनक वीडियो वाले ट्वीट को री-ट्वीट करने वाले लोगों को भी केस में आरोपी बनाया जाएगा।

पुलिस की जांच के दायरे में फेसबुक भी
वीडियो वायरल होने के मामले में लक्ष्मी गार्डन, लोनी निवासी उम्मेद पहलवान इदरीसी के खिलाफ ने जो केस दर्ज किया है, पुलिस ने उसमें फेसबुक का भी नाम है। फेसबुक पर सत्यता की जांच न करने का आरोप है। हालांकि फेसबुक को सीधे आरोपी नहीं बनाया गया है लेकिन जांच के दायरे में लाया जा सकता है। अधिकारियों का कहना है कि अमेरिका में फेसबुक व ट्विटर का एक ही हेडक्वार्टर है। जरूरत पड़ने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

जांच में शामिल होने को भेजा जाएगा दूसरा नोटिस
पुलिस द्वारा ट्विटर को भेजा गया पहला नोटिस केस के आरोपी अकाउंट होल्डर की जानकारी लेने के लिए भेजा गया है। वहीं, केस में ट्विटर को भी आरोपी बनाया गया है। लिहाजा, उसे भी विवेचना में शामिल किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि केस की विवेचना में ट्विटर को शामिल करने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। इसके लिए कानूनी सलाह ली जा रही है।

अमेरिका स्थित ट्विटर हेडक्वार्टर को नोटिस भेजा गया है। आपत्तिजनक वीडियो ट्वीट करने वालों के बारे में डिटेल मांगी गई है। कई अन्य बिंदुओं पर भी जानकारी देने के लिए कहा गया है। इसके लिए 15 दिन का समय दिया गया है।
- अभय कुमार मिश्र, सीओ कविनगर/नोडल अधिकारी साइबर सेल