दिल्ली: एमसीडी चुनावी शतरंज पर भाजपा ने बिछाए नए मोहरे, भ्रष्टाचार के आरोप से उबरने के लिए इस नीति का प्रयोग करती है पार्टी

भाजपा एक बार फिर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। अगामी निगम चुनाव को देखते हुए वह हर चीज अपना रही है, जिससे उन्हें तीनों निगमों में जीत का ताज हासिल हो सके। 

दिल्ली: एमसीडी चुनावी शतरंज पर भाजपा ने बिछाए नए मोहरे, भ्रष्टाचार के आरोप से उबरने के लिए इस नीति का प्रयोग करती है पार्टी

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भाजपा एक बार फिर नए मोहरों पर चुनावी बिसात बिछाने को तैयार है। पिछले चुनजाव की तरह ही अगामी चुनाव में भी भाजपा नए मोहरों पर दाव लगाने की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। इसका संकेत तीनों निगमों में महापौर, उपमहापौर, स्थायी समिति अध्यक्ष व नेता सदन के नए चेहरों ने दिया है। 


तीनों नगर निगमों के लिए भाजपा ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। एक तरह से तीनों निगम में नई टीम होगी व तीनों निगम को नए महापौर, उपमहापौर, स्थायी समिति अध्यक्ष व तीन सदस्य मिलेंगे। भाजपा ने पुराने सभी पार्षदों को पिछले चुनाव में टिकट तक देने की जहमत नहीं उठाई है। इस तरह से साफ हो गया है कि आगामी निगम चुनाव भाजपा नए चेहरों पर ही दांव लगाकर लड़ेगी। 


भाजपा एक बार फिर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति पर आगे बढ़ रही है। अगामी निगम चुनाव को देखते हुए वह हर चीज अपना रही है, जिससे उन्हें तीनों निगमों में जीत का ताज हासिल हो सके। चुनावी रणनीतिकार भी बताते हैं कि पिछले निगम में जीत का सिक्का अगर चला था तो अमित शाह की वह नीति थी जिसमें पुराने पार्षदों की जगह सभी नये चेहरे उतारे गए थे। इसका फायदा यह हुआ था कि बार-बार निगम पर लगाए जाने वाले भ्रष्टाचार के आरोप चुनावी मुदद्दा नहीं बन पाए और निगम की स्थिति तीनों नगर निगम में बेहतर रही थी। भ्रष्टाचार की छवि से उबरने के लिए भाजपा यह प्रयोग करती रही है।

इस बार भी आम आदमी पार्टी के निशाने पर एमसीडी का भ्रष्टाचार मुद्दा रहा। लगातार कई आरोप निगम पर जड़े गए। वहीं, महापौर जयप्रकाश समेत तीनों महापौर ने बकाया फंड को लेकर भूख हड़ताल कर दिल्ली सरकार को कठघरे में खड़ा किया। चुनावी रणनीतिकारों का भी मानना है कि निगम पर लगाए गए भ्रष्टाचार के कीचड़ को धोने के लिए नए चेहरों को मैदान में उतारा गया है। 

उत्तरी एमसीडी मेयर को भी नहीं मिला अवसर
निगम की राजनीति में तेज-तर्रार नेता के रूप में छवि रखने वाले जयप्रकाश (जेपी) को भाजपा ने इस बार मौका नहीं दिया है। वह भाजपा व संघ में सक्रिय नेता के रूप में माने जाने वाले मेयर हैं। साथ ही दक्षिणी निगम की मेयर अनामिका व पूर्वी निगम के मेयर निर्मल जैन को एमसीडी दंगल से दूर कर दिया गया है। हालांकि, सियासी मैदान में शुरू से इन नेताओं को कोई न कोई महत्वपूर्ण पद दिए जाने की चर्चा थी। 

भाजपा की ओर से जारी सूची 
पद उत्तरी निगम  दक्षिणी निगम पूर्वी निगम
महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह मुकेश सूर्यान श्याम सुंदर अग्रवाल
उपमहापौर अर्चना दिलीप सिंह पवन शर्मा किरण वैध
स्थायी समिति अध्यक्ष जोगीराम जैन कर्नल बीके ऑबरॉय वीर सिंह पंवार
नेता सदन छैल बिहारी गोस्वामी इंद्रजीत सहरावत सत्यपाल सिंह