दिल्ली : पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट को कोविड केयर सेंटर में तब्दील करने की मांग, वीसी ने लिखी चिट्ठी

दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीसी जोशी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखा पत्र डॉक्टर समेत संसाधन मुहैया करवाने की भी मांग

दिल्ली : पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट को कोविड केयर सेंटर में तब्दील करने की मांग, वीसी ने लिखी चिट्ठी

विस्तार
दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो. पीसी जोशी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट को कोविड केयर सेंटर में तब्दील करने की मांग रखी है। कुलपति प्रो. जोशी ने लिखा है कि दिल्लीविश्वविद्यालय और कॉलेजों के छात्र, शिक्षक और कर्मी के अलावा उनके परिजन बड़ी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं। यदि वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट को कोविड केयर सेंटर में तब्दील करके  डॉक्टर, ऑक्सीजन बेड और अन्य सुविधाओं को बढ़ाया जाता है तो संस्थान के लोगों समेत आम लोग को समय से जल्द शुरुआती इलाज मिल सकेगा। इससे अस्पतालों के अतिरिक्त बोझ को भी कम किया जा सकता है। 


कार्यवाहक कुलपति प्रो. पीसी जोशी ने बुधवार को अमर उजाला को बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय कोरोना महामारी में सरकार और प्रशासन के साथ मिलकर काम करने में सहयोग करना चाहता है। इसी मकसद से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को दो दिन पहले ईमेल के साथ खुद उन्हें फोन कर पूरी जानकारी दी है।कोरोना महामारी की दूसरी लहर बेहद खतरनाक हो गई है। इस समय सभी को मिलकर कोरोना संक्रमित मरीजों की जान बचाने पर काम करना होगा। यदि पटेल चेस्ट में कोविड सेंटर बन जाता है तो शुरुआत में ही मरीजों को यहीं उपचार मिल जाएगा। इससे अस्पतालों में अत्यधिक भीड़ को कम किया जा सकता है, ताकि वहां गंभीर मरीजों पर डॉक्टर फोकस कर सकें।


हालांकि पटेल चेस्ट में अभी डॉक्टर, बेड समेत अन्य संसाधनों की कमी है। उसे पूरा करने में भी सहयोग मांगा गया है।  फिलहाल पटेल चेस्ट में नॉन -कोविड मरीजों का इलाज समेत आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। यहां सुबह होने वाली जांच की रिपोर्ट शाम तक आ मिल जाती है। 
 विश्वविद्यालय अपने हॉस्टल, इंडोर और आउटडोर स्टेडियम, हंसराज कॉलेज आदि में कोविड सेंटर बनाने के लिए तैयार है। यहां पर जो भी मदद की जरूरत होगी, वह मुहैया करवायी जाएगी। डीडीयू, लक्ष्मीबाई कॉलेज और राजधानी कॉलेज प्रशासन पहले ही इस मदद के आगे आ चुका है।डीडीयू में 180 बेड का कोविड केयर सेंटर भी शुरू किया जा चुका है। 

15 से अधिक शिक्षकों की मौत
प्रो जोशी के मुताबिक, दिल्ली विश्वविद्यालय के अब तक 15 से अधिक शिक्षकों की कोरोना से मौत की सूचना है। इसमें ज्वाइंट रजिस्ट्रार सुधीर शर्मा समेत एग्जामिनेशन ब्रांच के दो अधिकारियों की जान जा चुकी है। इसके अलावा कॉलेजों से भी डाटा एकत्रित किया जा रहा है, ताकि उनके परिवारों  की मदद की जा सके। वहीं, हजारों की संख्या में शिक्षक, कर्मी व छात्र संक्रमित हैं। एक अनुमान के मुताबिक, विश्वविद्यालय का करीब 70 फीसदी स्टॉफ कोरोना वायरस की चपेट में है। 

एडहॉक शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करना गलत 
 विवेकानंद कॉलेज से एडहॉक शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करने की सूचना मिली है। विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। महामारी के इस मुश्किल वक्त में किसी भी एडहॉक शिक्षक की सेवाएं समाप्त करना गलत है। उनकी पूरी मदद की जाएगी।