दिल्ली सरकार की कवायद : अगले हफ्ते से ऑनलाइन मिलेंगे लर्निंग लाइसेंस, फिर घर बैठे पाएं कई सेवाएं
अगले सप्ताह से ऑनलाइन मिलना शुरू हो जाएगा लर्निंग लाइसेंस परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 60 से ज्यादा सेवाओं का ऑनलाइन ट्रायल अंतिम चरण में है
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दिल्ली सरकार आम लोगों को बड़ी राहत देने जा रही है। वाहन से जुड़े कार्यों के लिए अब उन्हें परिवहन विभाग के दफ्तर जाने की जरूरत नहीं रहेगी। लर्निंग लाइसेंस तो अगले सप्ताह से ही घर बैठे मिलने लगेगा। विभाग की करीब 60 सेवाएं अगले 15 दिन में लोगों को घर पर ही ऑनलाइन तरीके से हासिल हो जाएंगी।
दरअसल, आम लोगों की सहूलियत के लिए दिल्ली सरकार का परिवहन विभाग अपनी सेवाओं को ऑनलाइन कर रहा है। परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 60 से ज्यादा सेवाओं का ऑनलाइन ट्रायल अंतिम चरण में है। अगले 15 दिन के भीतर यह सुविधा शुरू कर दी जाएंगी। चरणबद्ध तरीके से इसमें करीब 70 सेवाओं को जोड़ा जाएगा।
अधिकारियों का मानना है कि इससे तेज भागती जिंदगी में आम लोगों को परिवहन विभाग के दफ्तर आने से छुटकारा मिल जाएगा। ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, लाइसेंस रिन्यूअल, अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) समेत दूसरे दस्तावेज ऑनलाइन आवेदन करने पर ही मिल जाएंगे।
दिल्ली के 13 क्षेत्रीय कार्यालयों में हर महीने ड्राइविंग लाइसेंस और वाहनों के रजिस्ट्रेेशन से जुड़े एक लाख से अधिक आवेदन आते हैं। इससे सभी दफ्तरों में हमेशा भीड़ रहती है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परिवहन विभाग की सेवाएं फेसलेस करने के लिए ट्रायल चल रहा है।
सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में 70 में से करीब 63 सेवाओं को ऑनलाइन करने की तैयारियां आखिरी चरण में हैं। सबसे पहले लर्निंग लाइसेंस की सेवा फेसलेस होगी। धीरे-धीरे सभी 70 सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया जाएगा।
70 सेवाएं ऑनलाइन होने से मिलेगी बड़ी राहत
अधिकारियों का कहना है कि अमूमन लोग परिवहन विभाग की सेवाओं के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने से बचने के लिए कई सारे जरूरी कागजात अपडेट नहीं कर पाते। इससे चेकिंग आदि के वक्त उनको चालान भरना पड़ जाता है। ऑन लाइन सेवा शुरू होने के बाद यह दिक्कत नहीं रहेगी।
आवेदन समेत दूसरी जरूरी दस्तावेज भी ऑनलाइन भेज सकेंगे। इससे उनको घर बैठे दिल्लीवासी डुप्लीकेट लाइसेंस व आरसी, लाइसेंस व आरसी में एड्रेस चेंज करवाना, ट्रांसफर ऑफ ओनरशिप, अनापत्ति प्रमाण पत्र समेत करीब 70 सेवाएं मिल जाएंगी। इसके लिए लोगों को दफ्तर के चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। समय की बचत के साथ इस योजना से पारदर्शिता भी आएगी और बिचौलियों की चंगुल में फंसने से भी लोग बच जाएंगे। वहीं, वाहन संबंधी किसी भी काम के लिए दफ्तर, कॉलेज या जरूरी काम से वक्त निकालने के लिए छुट्टी की जरूरत होती थी।
इन दो कामों के लिए जाना होगा कार्यालय
बेशक परिवहन विभाग की फेसलेस सेवा शुरू हो जाए, लेकिन दो मुख्य कामों के लिए परिवहन कार्यालय जाना पड़ेगा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि परमानेंट लाइसेंस के लिए ड्राइविंग टेस्ट और गाड़ी की फिटनेस चेक के लिए भौतिक सत्यापन जरूरी है। बगैर दफ्तर पहुंचे यह संभव नहीं हो सकता। वजह यह कि टेस्ट के लिए आवेदक को टेस्टिंग ट्रैक पर जाना होता जबकि जबकि फिटनेस या पासिंग के लिए भी वाहनों की जांच होती है। बाकी सभी सेवाएं ऑनलाइन उपबल्ध होंगी।
सरकारी वित्तीय मदद भी मिल रही ऑनलाइन
कोरोना काल से प्रभावित ऑटो, ई रिक्शा और टैक्सी मालिकों के खाते में भी दिल्ली सरकार की ओर से पांच हजार रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया की जा रही है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मंगवाए जा रहे हैं ताकि जांच के बाद लाभार्थियों के एकाउंट में वित्तीय सहायता भेजी जा सके।