बेटियों की हत्या करने वाले माता-पिता गिरफ्तार, पुलिस के सामने आया ये अजीबोगरीब अंधविश्वास

मदनपल्ले पुलिस (Madanapalle police) ने मंगलवार को अंधविश्वासी माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया जिन्होंने अपनी दो बेटियों को मार डाला। पिता पुरुषोत्तम नायडू कॉलेज में वाइस प्रिंसिपल और मां पद्मजा शिक्षण संस्थान में हैं।

बेटियों की हत्या करने वाले माता-पिता गिरफ्तार, पुलिस के सामने आया ये अजीबोगरीब अंधविश्वास

आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर (Chittoor) जिले में अंधविश्वास के कारण अपनी ही बेटी की हत्या करने वाले माता-पिता को मदनपल्ले पुलिस (Madanapalle police) ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।  पुलिस ने माता-पिता पर हत्या का मामला (murder case) दर्ज किया है।  इसमें अचरज की बात यह है कि बेटियों की हत्या करने वाले ये उच्च शिक्षित माता-पिता का यह मानना था कि कलयुग समाप्त होकर सतयुग आने वाला है और दैवीय शक्ति से वे कुछ घंटों में फिर से जिंदा हो जाएंगी।

डिप्टी सुपरिन्टेंडेंट ऑफ पुलिस रविमनोहर अचारी (Ravimanohar Achari) ने मंगलवार को पुलिस से बताया, 'हमने धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया है और पिता पुरुषोत्तम नायडू (Purushottam Naidu) और पद्मजा (Padmaja) को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें अब अदालत में पेश किया जाएगा।' एन पुरुषोत्तम नायडू मदनपल्ले के गवर्नमेंट वुमन डिग्री कॉलेज (government women degree college) के वाइस प्रिंसिपल हैं और उनकी पत्नी पद्मजा प्राइवेट एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की प्रिंसिपल कॉरेस्पॉन्डेंट हैं। दोनों ने मिलकर कथित तौर पर अपनी दो बेटियों को मार डाला।

पुलिस के अनुसार, यह पूरा मामला अंधविश्वास का है। पुलिस ने दोनों का कोविड-19 टेस्ट मदनपल्ले के सरकारी अस्पताल में कराने की कोशिश की लेकिन पद्मजा ने इससे इनकार कर दिया और खुद के भगवान शिव होने का दावा कर रही है। तब पुलिस ने उसका टेस्ट अपनी गाड़ी में ही कराया। इसके बाद दोनों आरोपियों को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। 

दो बेटियों में एक 27 वर्षीय अलेख्या ( Alekhya) भोपाल में पोस्टग्रेजुएशन कर रही थी। वहीं, उनकी छोटी बहन  22 वर्षीय साईं दिव्या (Sai Divya) BBA की पढ़ाई के साथ म्यूजिक सीख रही थी। मामले का विवरण देते हुए  DSP ने बताया कि पुरुषोत्तम और पद्मजा काफी अंधविश्वासी हैं और रहस्यमयी रिवाजों को अंजाम दे रहे थे। DSP ने आगे बताया कि उन्हें साइकोलॉजिकल दिक्कतें भी हैं। रविवार रात इन दोनों ने अपनी छोटी बेटी साईं दिव्या को त्रिशूल से मार डाला। इसके बाद बड़ी बेटी अलेख्या के मुंह पर तांबे का बर्तन रख दिया और उसपर डंबल से चोट की, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। पुरुषोत्तम ने खुद अपने एक कुलीग को बुलाकर पूरी घटना बताई जिसके बाद पुलिस को इस मामले की खबर मिली।