हिल चुकी है जापान की अर्थव्यवस्था, महामारी से पैदा हुए ऐसे हालात
2019 के अंत में चीन के वुहान से निकले कोरोना वायरस ने वैसे तो पूरी दुनिया के अर्थव्यवस्था को हिला दिया है लेकिन जापान जो तीसरी बड़ी वैश्विक इकोनॉमी कही जाती है वहां भी लोग बेघर हो गए हैं और खाने के निवाले के लिए मोहताज हो रहे हैं।
दुनिया का तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के जर्जर हालात कोरोना वायरस महामारी (coronavirus pandemic) के जरिए सामने आ रही है। टोक्यो में इसी महामारी के कारण भूखों रह रहे लोगों के लिए खाने का इंतजाम करने वाले युइचिरो (Yuichiro) देश में महामारी के कारण गरीबी के हालात के बारे में बताते हुए भावुक हो गए। जापान की गरीबी सामने आई है।
ठंड के समय टोक्यो की सड़क पर प्लास्टिक की थैलियां चुनने वाले एक 46 वर्षीय शख्स ने बताया कि अब तक वे कंस्ट्रक्शन का काम कर रहे थे लेकिन अब कोई काम नहीं मिल रहा। उन्होंने बताया, 'लोग रेलवे स्टेशनों पर सोने को मजबूर हैं, कुछ भूख से तड़प तड़प कर जान दे रहे हैं।'
वॉलंटियर टीम से भोजन, कपड़े, स्लीपिंग बैग और चिकित्सा सहायता प्राप्त करने के लिए टोक्यो के भीड़-भाड़ वाले इकेबुकुरो जिले में लगभग 250 लोगों की लंबी कतार लगी। इसमें उनलोगों को भी सलाह दी गई जो रोजगार की तलाश कर रहे हैं।
बता दें कि संसद के नए सत्र के अपने भाषण में जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने कहा कि वायरस को नियंत्रित करने के लिए सरकार जुर्माने और मुआवजे के प्रावधान के साथ कानून संशोधित करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का फरवरी के आखिर में टीकाकरण शुरू करने का लक्ष्य है।