ठंड के मौसम में उफ्फ ये गर्मी... दगा दे रहा रांची का मस्‍त मौसम; जानें इसकी बड़ी वजह

रांची ठंड में लोग गर्मी का अहसास कर रहे हैं। जनवरी में ही न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि 50 वर्ष में जनवरी में इतनी गर्मी कभी नहीं देखी गई। अगले 24 घंटे में तापमान में और गिरावट होगी।

ठंड के मौसम में उफ्फ ये गर्मी... दगा दे रहा रांची का मस्‍त मौसम; जानें इसकी बड़ी वजह

राजधानी रांची में जलवायु परिवर्तन का असर दिखना शुरू हो गया है। रविवार को रांची का न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एडब्ल्यूएस कांके में न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद के अनुसार रांची में करीब 50 वर्ष पहले मौसम विभाग का केंद्र खुला था। तब से आज तक रांची में जनवरी माह में इतना अधिक न्यूनतम तापमान दर्ज नहीं किया गया था। इससे पहले रांची में वर्ष 2015 में सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।

मौसम में इस बदलाव से रांचीवासियों को जनवरी में भी गर्मी का अहसास हो रहा है। जनवरी माह में जहां लोग हीटर चलाते थे, रजाई-कंबल में रहना चाहते, वहीं इस बार कई लोग घरों में एसी व पंखे का इस्तेमाल करने लगे हैं। रविवार को मौसम में तेजी से हो रहे परिवर्तन का असर दोपहर को शहर के अलग-अलग हिस्सों में दिखा। सड़कों पर धूल उडऩे लगी। पेड़ों से पत्ते गिरने लगे। लोग जहां-तहां सड़कों पर पानी छिड़कते नजर आए।

रविवार को रांची का अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले शनिवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 1.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट तथा न्यूनतम तापमान में 0.6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई। इधर, मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। साथ ही, सोमवार की सुबह कोहरा छाए रहने की संभावना है।

मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि एक दशक से धीरे-धीरे झारखंड के मौसम में पश्चिमी विक्षोभ का असर बढ़ रहा है। इसके कारण मौसम की प्रकृति में परिवर्तन हो रहा है। हालांकि, वर्तमान में हवा का रुख उत्तर पश्चिम है, जो जल्द बदलकर दक्षिण पश्चिम होने की संभावना है। हवा की दिशा में परिवर्तन होने के साथ ही फिर से न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी।