CM Hemant Soren Security: और चुस्त हुआ सीएम हेमंत सोरेन का सुरक्षा घेरा, अब डीएसपी कर रहे एस्कार्ट
Hemant Soren Security रांची के किशोरगंज में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला रोकने की कोशिश और उपद्रव के बाद सीएम का सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया गया है। अब उनके कारकेड का नेतृत्व डीएसपी यातायात कर रहे हैं। पहले कारकेड का नेतृत्व एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी करते थे।
रांची के किशोरगंज चौक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला रोकने की कोशिश और उपद्रव की घटना के बाद सीएम का सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया गया है। अब उनके कारकेड का नेतृत्व डीएसपी यातायात कर रहे हैं। पहले कारकेड का नेतृत्व एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी करते थे। पूर्व में सीएम को दो बार जान से मारने की धमकी भरा ई-मेल मिलने के बाद उनके आवास पर भी अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया था।
वर्तमान में भी सीएम आवास का सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया गया है, ताकि विधि-व्यवस्था संबंधित कोई परेशानी सामने न आए। धमकी भरा ई-मेल आने के बाद पूरे मामले में अनुसंधान की जिम्मेदारी साइबर क्राइम थाने के पास थी। साइबर क्राइम थाने की पुलिस अब तक उस धमकी देने वाले को नहीं खोज सकी। इस मामले में जर्मनी व स्विटजरलैंड स्थित सर्वर से ई-मेल के आइपी एड्रेस के लिए अनुरोध पत्र भेजा गया है, जिसका जवाब अभी नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री को मिलती है जेड प्लस सुरक्षा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास वर्तमान में जेड प्लस सुरक्षा का घेरा है। उनके कारकेड में सबसे आगे पायलट कार चलता है, जिसमें एक दारोगा या इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी व चार कमांडो रहते हैं। पायलट कार के पीछे एस्कार्ट वन होता है, जिसमें एक दारोगा या इंस्पेक्टर व चार कमांडो होते हैं। उसके पीछे वीआइपी कार होती है, जिसमें एक डीएसपी रैंक के अधिकारी को रहना होता है, लेकिन अब तक यहां इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी रहता था। वीआइपी कार के पीछे दो एस्कार्ट वाहन होते हैं। प्रत्येक एस्कार्ट वाहन में एक-एक दारोगा या इंस्पेक्टर व चार कमांडो होते हैं। इसके अलावा एक स्पेयर कार, एक एंबुलेंस व उसके पीछे टेल कार होती है।