कस्टमर बनकर दुकान में घुसे बदमाश, ग्राहक और दुकानदार को गन पॉइंट पर लेकर लूटे लाखों के गहने

कस्टमर बनकर दुकान में घुसे बदमाश, ग्राहक और दुकानदार को गन पॉइंट पर लेकर लूटे लाखों के गहने

आरा में बेखौफ अपराधियों ने सोमवार को सरेशाम आभूषण व्यवसायी को बंधक बना करीब साढ़े छह लाख के जेवर लूट लिये। जेवर व्यवसायी को दुकान में बंधक बना लूट की इस घटना को अंजाम दिया गया। दुकान का शटर गिरा कर व्यवसायी और मौजूद ग्राहकों को गन प्वाइंट पर लेकर गहने लूटने के बाद मुंह बांधे बदमाश आराम से चलते बने। लूट की यह वारदात शहर के पॉश इलाके माने जाने वाले सर्किट हाउस के समीप स्थित लक्ष्मी ज्वेलर्स में शाम करीब साढ़े चार बजे हुई। लुटेरों की संख्या करीब आधा दर्जन बतायी जा रही है। 

वारदात को अंजाम देने के बाद सभी बाइक पर सवार होकर अलग-अलग दिशा में भाग निकले। व्यवसायी पवन कुमार की ओर से शोर मचाने पर लोगों को लूट की जानकारी हुई। दिनदहाड़े लूट की इस वारदात से शहर में सनसनी मच गयी। पुलिस महकमे में भी खलबली मच गयी। लूट की सूचना मिलने पर नवादा थानाध्यक्ष संजीव कुमार और चीता टीम पहुंच गयी। 

एसडीपीओ पंकज कुमार रावत भी मौके पर पहुंचे और घटना की तहकीकात की। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों की पहचान करने की कोशिश की गयी। आभूषण दुकान की सीसीटीवी कैमरे खराब होने के कारण पुलिस को परेशानी हुई। बाद में अगल-बगल की सीसीटीवी से अपराधियों की पहचान करने का प्रयास किया गया। पुलिस तलाश में जुट गयी है। एसपी राकेश कुमार के निर्देश पर टीम बना कर लुटेरों के भागने की दिशा में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। 

ग्राहक बनकर घुसे और शटर गिरा लूटपाट कर भागे
रमगढ़िया निवासी आभूषण व्यवसायी पवन कुमार की पकड़ी स्थित सर्किट हाउस के पास दुकान है। रोज की तरह सोमवार को वह अपनी दुकान पर बैठे थे। कुछ ग्राहक भी खरीदारी के लिये दुकान में आये थे। शाम करीब साढ़े चार बजे तीन लोग ग्राहक बन कर दुकान में आये। अंदर आते ही मुंह बांधे तीनों बदमाशों ने शटर गिरा दिया और दुकान में मौजूद सभी को हथियार का भय दिखा कर बंधक बना लिया। 

इसके बाद करीब साढ़े छह लाख के गहने लूट कर चलते बने। जाते समय भी बदमाशों ने दुकान का शटर बाहर से गिरा दिया। अपराधियों के जाने के बाद व्यवसायी किसी तरह बाहर निकले और पुलिस को सूचना दी। इधर, एसपी के निर्देश पर नवादा थाने की पुलिस के साथ चीता और डीआईयू की टीम भी पहुंच गयी। सदर एसडीपीओ भी पहुंच गये और धरपकड़ को लेकर ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। 

धरी रह गयी चौकसी, एक बाइक पर भागे पांच बदमाश
शहर की एक्टिव मानी जाने वाली पुलिस की सारी चौकसी धरी रह गयी और दिनदहाड़े लूट की वारदात को अंजाम देकर बदमाश आराम से भाग निकले। हद तो यह कि पांच अपराधियों के एक ही बाइक से भागने की बात सामने आ रही है। वहीं दो अपराधी दूसरी बाइक से अलग दिशा में भाग गये। 

सीसीटीवी फुटेज में लूट के बाद बदमाशों को एक ही बाइक पर भागते देखा गया है। इससे पुलिस की वाहन चेकिंग अभियान और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। बता दें कि सर्किट हाउस का इलाका सुरक्षित माना जाता है। लेकिन, कुछ दिनों से इस इलाके में भी घटनायें हो रही हैं। 

पिछले अप्रैल माह में भी सर्किट हाउस के पास दिनदहाड़े हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश आराम से भाग निकले थे। तब पुलिस की व्यवस्था पर सवाल उठे थे। लेकिन, एसपी राकेश कुमार ने योगदान देने के बाद से ही चौकसी तेज कर दी है। लगातार वाहन चेकिंग की जा रही है। खुद एसपी वाहन जांच करने रोड पर उतरे थे। अपराधियों पर शिकंजा कसने को चीता टीम का भी गठन किया है। इसके बाद सोमवार को लूट की बड़ी घटना हो गयी।

नये गिरोह का हाथ होने की आशंका
आभूषण दुकान में लुटपाट में नये गिरोह का हाथ होने की आशंका है। पुलिस इस एंगल से मामले की तहकीकात कर रही है। वहीं अपराधियों की हुलिया और बोलचाल की भाषा के आधार पर पहचान कर रही है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की खोज की जा रही। बताया जा रहा है कि बदमाश बोरालेकर आये थे। 

15 फरवरी को जेवर कारीगर से हुई थी लूट 
शहर में अपराधियों ने करीब चार माह के बाद आभूषण व्यवसायी को निशाना बनाया है। इससे पहले 15 फरवरी को नवादा थाना क्षेत्र के ही करमन टोला में आभूषण कारीगर से दिनदहाड़े करीब सात लाख के जेवर लूट लिये गये थे। हालांकि बाद में लूट का खुलासा हो गया था और अपराधी भी पकड़ लिये गये थे। लुटे गये कुछ जेवर भी बरामद किये गये थे। उसके बाद से अपराधी कुछ शांत हो गये थे। बाद में आठ अप्रैल को शहर के बस स्टैंड के पास जनरल स्टोर में लूट हुई थी। उस मामले का भी खुलासा हो गया था।

एसपी राकेश कुमार दूबे ने कहा, 'अपराधियों की पहचान कर धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। इस बाबत सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम छापेमारी कर रही है। सभी वव्यवसायियों को कम से कम सीसीटीवी दुरुस्त रखना चाहिये ताकि किसी घटना के बाद अपराधियों की पहचान और मामले की सही तहकीकात की जा सके।'