किसान आंदोलन: गाजीपुर बॉर्डर पर भाजपा समर्थकों और किसानों के बीच मारपीट, मौके पर पुलिस तैनात
कृषि कानूनों के विरोध में किसान गाजीपुर बॉर्डर पर बीते सात महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार सुबह की इस घटना के बाद धरनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात है।
विस्तार
कृषि कानून के विरोध में बीते सात महीने से दिल्ली की तमाम सीमाओं समेत यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की झड़प भाजपा समर्थकों से हो गई। बुधवार सुबह यूपी गेट पर किसान आंदोलन स्थल के अंदर भाजपा कार्यकर्ता पहुंच गए जिसके बाद उनके और किसानों के बीच मारपीट हो गई।
हंगामे की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंची है। खबर ये भी है कि इस घटना में भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ी तोड़ी गई है। इस घटना के बाद गाजियाबाद एसएसपी कार्यालय पर भाजपाइयों ने जाम लगा दिया है। कहा जा रहा है कि किसानों द्वारा भाजपाइयों की गाड़ी में तोड़फोड़ करने के विरोध में ये जाम लगाया गया है।
ये है मामला
भाजपा के नवनियुक्त प्रदेशमंत्री अमित वाल्मीकि का स्वागत करने के लिए कार्यकर्ता दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर खड़े थे। आराेप है कि दिल्ली से गाजियाबाद वाली लेन पर वाहनों का काफिला जब किसानों के मंच के सामने पहुंचा तो किसानों और भाजपाइयों में नोकझोंक हो गई। किसानों का आरोप है कि भाजपाइयों ने उन्हें अपशब्द कहे, जबकि भाजपाइयों का आरोप है कि किसानों ने अभद्रता की है। भाजपाइयों का आरोप ये भी है कि किसानों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की और कुछ गाड़ियों में ताेड़फाेड़ की। अब मामले में भाकियू की तरफ से भी पुलिस को शिकायत दी जा रही है।
भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कही ये बात
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता मंच पर कब्जा करना चाहते थे। यह लोग यहां बीते कई दिनों से आ रहे हैं और माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने कड़े लहजे में कहा कि भाजपा के किसी भी कार्यकर्ता को प्रदेश में नहीं जाने दिया जाएगा। गांवों में भाजपा के झंडे लगी गाड़ियों को नहीं चलने दिया जाएगा। राकेश टिकैत ने कहा कि यदि किसानों का मंच इतना पसंद है तो पार्टी को छोड़ कर आ जाएं किसान संगठन उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने हंगामा और मारपीट करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
अपना घायल हाथ दिखाते हुए भाजपा कार्यकर्ता