झारखंड के 18 जिलों तक पहुंचा ब्लैक फंगस का संक्रमण, 7 जिले रेड जोन में, सरकार ने जारी की चेक लिस्ट
केन्द्र सरकार ने ब्लैक फंगस के मरीजों की त्वरित पहचान कर उनके उपचार के लिए चेक लिस्ट जारी की है। इसके तहत जिस किसी अस्पताल में कोविड मरीजों का उपचार किया जाता है वहां कोविड मरीजों के साथ साथ ब्लैक फंगस के संदिग्ध मरीजों की नियमित रूप से गहन जांच का आदेश दिया गया है। राज्य के 18 जिलों तक ब्लैक फंगस का प्रसार हो चुका है। इनमें सात जिले रांची, रामगढ़, पलामू, हजारीबाग, गिरिडीह, गढ़वा और पूर्वी सिंहभूम जहां रेड जोन में आ गए हैं, वहीं पांच जिले बोकारो, चतरा, धनबाद, गोड्डा और कोडरमा येलो जोन में हैं। दूसरी तरफ छह जिले देवघर दुमका, गुमला, जामतारा, लातेहार व साहेबगंज ग्रीन जोन में हैं। रेड जोन में मरीजों की संख्या 5 से अधिक है, वहीं येलोजोन में 3 से 5, जबकि ग्रीन जोन में 3 से कम मरीज हैं।
स्वास्थ्य विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि चेक लिस्ट में ब्लैक फंगस के लक्षण लगातार बुखार, सिरदर्द, नाक जाम, नाक का बहना, चेहरे में सूजन व दर्द, चेहरे के स्किन का रंग बदलना, दांत में ठीलापन, आंखों में सूजन/लाली/डबल विजन/दर्द/कम दिखना/पलक ज्यादा झपकना आदि बताया गया है। अस्पतालों को हिदायत दी गयी है कि वे मरीजों को इसके बारे मे बतायें। इसके बारे में डिस्चार्ज स्लिप पर अंकित करें ताकि ऐसा लक्षण होने पर वे इसकी जानकारी दे सकें। साथ ही मरीजों को सफाई पर ध्यान देने, साफ मास्क का उपयोग करने की हिदायत दी गयी है। इसके साथ ही मरीजों के रिस्क फैक्टर की भी जानकारी लेने का निर्देश भी दिया गया है। इसके तहत मरीज के डायिबिटीज की मॉनीटरिंग, स्टेरायड थेरेपी, को मॉर्बिडिटी की भी जानकारी लेने को कहा गया है।
अस्पताल के वातावरण पर भी दिया जाएगा ध्यान
गाईडलाईन में कहा गया है कि ब्लैक फंगस के प्रसार में अस्पताल के वातावरण का भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसके लिए अस्पताल के आसपास कंस्ट्रक्शन साईट नहीं हो, जहां से धूल उड़ती हो। कोरोना मरीजों को अस्पताल में वैसी जगह पर न रखा जाए जहां डैंप हो, सीपेज हो। साथ ही आईसीयू के एयर फिल्टर, वेंटिलेटर के ट्यूब, बोटल आदि को नियमित रूप से बदलने एवं जरूरी पैथोलॉजी जांच (लिस्ट के साथ) की हिदायत दी गयी है।
ब्लैक फंगस के पांच मरीज की मौत, चार नए मिले
राज्य में बीते 24 घंटे में ब्लैक फंगस यानी म्युकरमाईकोसिस के पांच मरीज की मौत हो गयी। इसके साथ ही राज्य में ब्लैक फंगस से मरने वालों की संख्या 25 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी के अनुसार ये मौतें रांची, रामगढ़, गढ़वा, गोड्डा व कोडरमा (1-1) में हुई है। वहीं बीते 24 घंटे में 4 नए मरीज मिले हैं। राज्य में अब तक 130 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें 79 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 51 संदिग्ध हैं। अब तक 37 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।