नौकरी का विज्ञापन देकर गुंडे भर्ती कर रहे अपराधी, वेतन 12 हजार; बिहार के युवक को पहला टास्क मिला लूट का

Jharkhand Garhwa Crime News बताया गया कि 15 दिन पूर्व कांडी मोखापी मुख्य मार्ग पर इस गिरोह ने लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। सरगना दीपक पासवान पर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगभग एक दर्जन मामले दर्ज हैं।

नौकरी का विज्ञापन देकर गुंडे भर्ती कर रहे अपराधी, वेतन 12 हजार; बिहार के युवक को पहला टास्क मिला लूट का

झारखंड में अब अपराधी फेसबुक व इंटरनेट पर विज्ञापन देकर गुंडों की भर्ती कर रहे हैं। गढ़वा पुलिस ने सोमवार को एक ऐसे ही मामले का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के निशाने पर नौकरी की तलाश में भटकने वाले युवा हैं, जिन्हें अच्छे वेतन और अन्य सुविधाओं का झांसा देकर पहले तो अच्छी कंपनी में नौकरी दिलाने का प्रलोभन दिया जाता है और बाद में उन्हें अपराध की दुनिया में झोंक दिया जाता है। तथाकथित नौकरी में सुनहरे भविष्य के सपने देखने वाले युवक को जब तक बात समझ में आती है, तबतक वह जुर्म के दलदल में फंस चुका होता है।

नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से अपराध कराने वाले सरगना सहित चार अपराधियों को गढ़वा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से दो बिहार राज्य के निवासी हैं। गिरोह का सरगना गढ़वा के केतार थाना क्षेत्र के बांसडीह गांव का रहने वाला दीपक कुमार पासवान है, जो पहले से ही कई मामलों में वांछित रहा है।\

गढ़वा के एसडीपीओ अवध कुमार यादव ने बताया कि गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र के कांडी-मोखापी मुख्य मार्ग पर 30 मई को अज्ञात अपराधियों ने पिस्टल का भय दिखाकर गढ़वा के मझगांवां गांव निवासी अवधेश कुमार रजवार से लूटपाट की थी। इस मामले में भुक्तभोगी गढ़वा के मांझिगावा गांव निवासी अवधेश रजवार ने कांडी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि बाइक लूटने वालों ने किसी के इशारे पर यह काम किया है और इसके एवज में बाकायदा उन्हें मासिक वेतन का प्रलोभन दिया गया है।

पकड़े गए अपराधियों में बक्सर के सिमरी थाना क्षेत्र निवासी अतुल प्रकाश राय, रोहतास जिले के चुटिया थाना क्षेत्र के मट्टीआव गांव निवासी अमरजीत कुमार चौधरी तथा राणाडीह गांव निवासी ऋषि कुमार ने पुलिस को बताया कि दीपक बेरोजगारों को नौकरी देने के नाम पर फेसबुक व इंटरनेट मीडिया पर लगातार विज्ञापन जारी करता है। फिर संपर्क कर पैसे का प्रलोभन देकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिलाता था। विज्ञापन देखकर नौकरी का आवेदन करने के क्रम में ही अतुल प्रकाश राय दीपक कुमार पासवान के संपर्क में आया।

अतुल को दीपक ने 12 हजार रुपये मासिक वेतन देने का प्रलोभन देकर एक दिन अपने गांव बांसडीह बुलाया। फिर एक योजना बनाकर दीपक ने अतुल को एक नई मोटरसाइकिल व कट्टा देते हुए कहा कि एक लूटपाट की घटना को अंजाम देना है। इसके बाद तुम्हारे मासिक वेतन का भुगतान शुरू हो जाएगा।

इसके बाद 30 मई को अतुल प्रकाश राय कट्टा व मोटरसाइकिल लेकर अपने बाकी दो दोस्तों अमरजीत और ऋषि के साथ घटना को अंजाम देने कांडी-मोखापी सड़क पर पहुंचा। यहां तीनों ने उस रास्ते से बाइक से अपने घर पलामू के मोहम्मदगंज जा रहे कांडी के मझगावां गांव निवासी अवधेश कुमार रजवार से पिस्टल दिखाकर लूटपाट की।