पशुपति पारस से मिल सकते हैं चिराग पासवान, कब और कहां; बिहार आते ही खुद बताई है ये बात
Chirag Paswan Vrs. Pashupati Paras लोजपा में टूट के बाद चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस के बीच पहली मुलाकात हो सकती है। इसके संकेत खुद चिराग ने दिए हैं। चाचा-भतीजा के बीच लंबे समय से कोई मुलाकात नहीं हुई है।
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लोजपा में टूट के बाद चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस के बीच पहली मुलाकात हो सकती है। इसके संकेत खुद चिराग ने दिए हैं। चाचा-भतीजा के बीच लंबे समय से कोई मुलाकात नहीं हुई है। यह सिलसिला पार्टी में हुई टूट के काफी पहले से ही जारी है। चाचा पारस के नेतृत्व में परिवर्तन की मुहिम शुरू होने के बाद चिराग ने खुद उनके बंगले पर जाकर मुलाकात की कोशिश की थी, हालांकि यह संभव नहीं हो सका था। पत्रकारों से बातचीत के दौरान चिराग ने कहा कि संसद के मानसून सत्र में उनकी मुलाकात चाचा से हो सकती है।
पार्टी पर हक के लिए लड़ाई जारी रहेगी
चिराग ने कहा कि वे खुद और उनके चाचा पशुपति पारस दोनों ही सांसद हैं। ऐसे में मानसून सत्र के दौरान उनकी मुलाकात होना कुछ अस्वभाविक नहीं है। इसके साथ उन्होंने यह भी जोड़ा कि पार्टी पर हक की उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि लड़ाई लंबी चलेगी। पार्टी के छह में से पांच सांसदों के पशुपति पारस को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिये जाने को चिराग असंवैधानिक बता रहे हैं। उनका कहना है कि लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब भी वहीं हैं। उन्होंने अपने चाचा को पार्टी का नाम और सिंबल इस्तेमाल करने से रोकने की बात भी कही है।
शुरू हुआ आशीर्वाद यात्रा का दूसरा चरण
अपनी पार्टी में विद्रोह का सामना कर रहे चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो गया है। पहले चरण की आशीर्वाद यात्रा के बाद दिल्ली गए चिराग बिहार लौट आए हैं। वे शुक्रवार को पटना से बख्तियारपुर, बाढ़, मोकामा होते हुए खगड़यिा जाने वाले हैं। इस दौरान वे नवगछिया और कटिहार में कई जगह आयोजनों में शरीक होंगे। उन्होंने कहा कि अभी उनका पूरा ध्यान आशीर्वाद यात्रा पर ही है। उनके स्वजनों ने उन्हें सबसे मुश्किल समय में धोखा दिया है।