याैन उत्पीड़न प्रकरण में जांच कमेटी ने चर्म रोग विभागाध्यक्ष को दी क्लीन चिट
चर्म रोग विभाग में प्रताडऩा का मामला आने के बाद पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया था। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने भी अस्पताल प्रबंधन को सात दिनों में जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था। अब रिपोर्ट सचिव के समक्ष भेजी जाएगी।
चर्म रोग विभाग में दो सीनियर रेजिडेंट महिला के साथ मानसिक और शारीरिक प्रताडऩा को लेकर बुधवार को मेडिकल कॉलेज परिसर में सेक्सुअल एवं हरासमेंट कमेटी की बैठक हुई। कमेटी की अध्यक्षता सह स्त्री एवं प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष डॉ प्रतिभा राय ने की। डॉ. राय ने बताया कि पीडि़ता और आरोपित दोनों पक्ष कमेटी के समक्ष प्रस्तुत हुए। बातचीत के बाद यह बात सामने आई कि शारीरिक प्रताडऩा का कोई मामला नहीं है। ड्यूटी में विलंब से आने के कारण विभागीय आदेश की कार्रवाई से दोनों सीनियर रेजिडेंट नाराज थी। ऐसे में चर्म रोग विभागाध्यक्ष डॉ. एसके मंडल और डॉ. मनीष कनौजिया पर शारीरिक प्रताडऩा का कोई मामला नहीं मिला।
सीनियर रेजिडेंट ने वापस लिए आरोप
डॉ. राय ने बताया कि सुनवाई के दौरान दोनों पीडि़ताओं ने शारीरिक प्रताडऩा का मामला वापस ले लिया। दरअसल, दोनों का कहना था उन्हें जरूरी होने पर छुट्टियां नहीं मिलती हैं। थोड़ी सी लेट होने के बाद कार्रवाई शुरू हो जाती है। कमेटी के सदस्यों ने कहा अति आवश्यक होने परदस्यों ने इस पर सहमति जताई।
सचिव को भेजी जाएगी रिपोर्ट
चर्म रोग विभाग में प्रताडऩा का मामला आने के बाद पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया था। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने भी अस्पताल प्रबंधन को सात दिनों में जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था। अब रिपोर्ट को एक-दो दिनों में सचिव के समक्ष भेजी जाएगी। इससे पहले मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी से देखेगा।