Bakrid 2021: चांद नजर आ गया... इस तारीख को मनाई जाएगी बकरीद
Bakrid 2021 Jharkhand News एदार-ए-शरिया ने रविवार को चांद देखने का इंतजाम किया था। चांद दिखने पर इसकी शरई शहादत होने के बाद इसका एलान किया गया है। 12 जुलाई को इस्लामिक कैलेंडर का अंतिम माह शुरू होगा।
जिलहिज्जा या ईद-उल-अजहा का चांद रविवार को नजर आ गया। एदार-ए-शरिया के झारखंड के नाजिम-ए-आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने चांद दिखने का एलान कर दिया। अब 21 जुलाई को बकरीद यानि ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जाएगा। एदार-ए-शरिया ने रविवार को चांद देखने का इंतजाम किया था। चांद दिखने पर इसकी शरई शहादत होने के बाद इसका एलान किया गया है।
रांची के काजी शरीअत मुफ्ती मोहम्मद कासमी ने बताया कि सोमवार (12 जुलाई) को जिलहिज्ज की पहली तारीख है। 12 जुलाई को इस्लामिक कैलेंडर का अंतिम माह शुरू होगा। जिलहिज्ज की 10 वीं तारीख को ईद-उल-अजहा का पर्व मनाया जाता है। चांद दिखने के साथ ही त्योहार की तैयारी शुरू कर दी गई है। राजधानी रांची में कई मेन रोड में इकरा मस्जिद के पास, कर्बला चौक, डंगरा टोली, मेन रोड उर्दू लाइब्रेरी के पीछे, हिंदपीढ़ी आदि इलाके में बकरे की बाजार लगती है।
इससे पूर्व एदार ए शरीया झारखंड के नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने कहा था कि रविवार को जिल कादा महीने 1442 हिजरी की 29 तारीख है। इसमें माहे जिल हिज्जा का चांद नजर आने की संभावना है। सभी धार्मिक कार्यक्रम व इबादतें चांद की तारीख के अनुसार सम्पन्न होते हैं। अत: चांद देखने की भरपूर कोशिश करें। अगर कहीं चांद नजर आ जाए तो एदार ए शरीया झारखंड इस्लामी मरकज हिंदपीढ़ी रांची को सूचित करें। साथ ही अपने संबंधित जिला में काइम जिला या एलाकाई रूयते हेलाल केंद्र के जिम्मेदार आलिमे दीन को खबर करें, ताकि जरूरत पड़ने पर शरई शहादत हासिल की जा सके।