रांची में नाबालिग लड़की को गोली मारने वाला गिरफ्तार, उसका भाई गांजा तस्करी के आरोप में जेल में पहले से है बंद
पिस्का मोड़ जनता पेट्रोल पंप के समीप चाय दुकान पर फायरिंग करने वाला अविनाश उपाध्याय को पुलिस ने दबोच लिया है। अविनाश गांजा तस्करी के आरोप में जेल भेजे गए उपेंद्र उपाध्याय का भाई है। उसने बीते सात मार्च को साथ जेल भेजे गए।
पिस्का मोड़ जनता पेट्रोल पंप के समीप चाय दुकान पर फायरिंग करने वाला अविनाश उपाध्याय को पुलिस ने दबोच लिया है। अविनाश गांजा तस्करी के आरोप में जेल भेजे गए उपेंद्र उपाध्याय का भाई है। उसने बीते सात मार्च को साथ जेल भेजे गए फर्जी पत्रकार विकास सिंह के भाई आकाश को निशाना बनाते हुए गोली चलाई थी। जो आकाश सिंह की नाबालिग भगिनी रूचि कुमारी को लगी थी। इससे वह घायल हो गई थी। गोली रूचि के हाथ से छूती हुई निकल गई। जिस समय घटना घटी चाय दुकान पर आकाश सिंह की मां राजकुमारी देवी, चचेरा भई लालू भी मौजूद था।
आकाश सिंह के परिजनों ने आरोप लगाया कि गोली आकाश सिंह को मारने के लिए चलाया गया था। गोली चलने की आवाज सुन कर आसपास के लोग मौके पर जुट गए। घायल रूचि को आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस घटना से तीन दिन पहले 4 मार्च को आकाश सिंह के भाई विकास सिंह और उपेंद्र उपाध्याय को पुलिस गांजा बेचने के जूर्म में जेल भेजा था। आकाश सिंह के परिजनों ने आरोप लगाया था कि उपेंद्र उपाध्याय का भाई अविनाश उपाध्याय उसी दिन से खुन्नस पाले हुए था, जिस दिन उपेंद्र को जेल भेजा गया। अविनाश को शक था कि आकाश के परिजनों ने ही पुलिस को गांजा बेचने की बात बतायी है। उसी खुन्नस का बदला लेने के लिए चाय दुकान पर गोली चलाई थी।
आकाश को ढूंढते पहुंचा था और कि थी फायरिंग
जानकारी के अनुसार सात मार्च को नौ बजे के आसपास स्कॉर्पियो पर सवार अपराधी आकाश को ढूंढते हुए दुकान पर पहुंचे थे। दुकान पर मौजूद लोगों ने बताया कि आकाश गिरिडीह गया हुआ है। ऐसा सुनते अपराधियों ने गोली चला दी। जिससे दुकान में मौजूद आकाश की भगिनी रूचि के हाथ में गोली लग गई। इसके बाद अपराधी वहां से भाग निकले थे। इसके बाद से पुलिस अविनाश की तलाश कर रही थी।