Coronavirus: संक्रमित होने के बाद दूसरी डोज से इम्युनिटी होगी और भी मजबूत, जानिए क्या है तरीका!
लखनऊ, [धर्मेन्द्र मिश्रा]। कोरोना के खिलाफ देश में चल रहे व्यापक वैक्सीनेशन अभियान के बीच में ही संक्रमण के रफ्तार पकड़ने से अब तक टीका नहीं लगवाने वाले और पहली डोज के बाद संक्रमित हो जाने वाले लोगों के मन में कई सवाल हैं।
लखनऊ, [धर्मेन्द्र मिश्रा]। कोरोना के खिलाफ देश में चल रहे व्यापक वैक्सीनेशन अभियान के बीच में ही संक्रमण के रफ्तार पकड़ने से अब तक टीका नहीं लगवाने वाले और पहली डोज के बाद संक्रमित हो जाने वाले लोगों के मन में कई सवाल हैं। वह जानना चाहते हैं कि पहली खुराक के बाद संक्रमित हो चुके लोगों को दूसरी डोज कब लेनी चाहिए?...वहीं दूसरी तरफ ऐसे संक्रमित जिन्हें अभी एक भी डोज किसी कारणवश नहीं लग पाई थी, मगर अब उनके पास एक मई से टीकाकरण का मौका है, वह भी जानना चाहते हैं कि स्वस्थ होने के कितने दिनों बाद वैक्सीनेशन कराना ठीक रहेगा?....इस बारे में केजीएमयू और लोहिया संस्थान के विशेषज्ञों का कहना है कि पहली डोज के बाद संक्रमित हुए लोगों को स्वस्थ होने के आठ हफ्ते बाद दूसरी डोज लेनी चाहिए। वहीं अन्य संक्रमित स्वस्थ होने के दो हफ्ते बाद कभी भी अपना टीकाकरण करा सकते हैं। इसके बाद ऐसे लोगों की इम्युनिटी अत्यधिक मजबूत होगी।
लोहिया संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक व मेडिसिन के विभागध्यक्ष डा. विक्रम सिंह कहते हैं कि कोई भी व्यक्ति एक बार यदि संक्रमित होकर स्वस्थ होता है तो इसका मतलब है कि उसके अंदर कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी ठीकठाक मात्रा में बन चुकी है। इसके बाद यदि वह वैक्सीन भी लेते हैं तो उनकी इम्युनिटी और भी ज्यादा मजबूत हो जाएगी। क्योंकि वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर में अतिरिक्त एंटीबॉडी का निर्माण भी हो जाएगा।
पहली डोज के बाद संक्रमित हो चुके लोग आठ हफ्ते बाद लें दूसरी डोज: जो लोग पहली डोज लेने के बाद संक्रमित हो गए। उन्हें स्वस्थ होने के आठ हफ्ते बाद दूसरी खुराक लेनी चाहिए। चाहे वह कोई शील्ड की पहली खुराक के बाद संक्रमित हुए या फिर कोवैक्सिन की। डा. विक्रम कहते हैं कि अध्ययनों में ऐसा पाया गया है कि दूसरी खुराक आठ हफ्ते में लेने पर एंटीबॉडी फॉर्मुलेशन ज्यादा अच्छे से होता है। वहीं जो लोग वैक्सीनेशन से पहले ही संक्रमित हो चुके हैं, उन्हें स्वस्थ होने के कम से कम दो हफ्ते बाद वैक्सीन लेनी चाहिए।
बीमार होने पर न लें वैक्सीन: केजीएमयू में रेस्पिरेट्री मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा. सूर्यकांत त्रिपाठी कहते हैं कि संक्रमित होकर ठीक होने के तुरंत बाद टीका लेने से इसलिए मना किया जाता है कि उस वक्त शरीर पूरी तरह फिट नहीं होता। कोई भी वैक्सीन शरीर में प्रभावी तरीके से असर तभी करती है, जब आपका शरीर पहले से बीमार न हो। इसलिए संक्रमण मुक्त होने के दो हफ्ते बाद टीकाकरण करवाना ठीक है। वहीं पहली डोज के बाद संक्रमित हुए लोग स्वस्थ होने के छह से आठ हफ्ते में वैक्सीन लें तो रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास अच्छे तरीके से होगा। खाली पेट टीका नहीं लगवाएं।